
बुद्ध ने कभी किसी को पढ़ाने से मना नही किया ,चाहे समण हो या बमण , सबको पढ़ाया I बुद्ध ने आदमी औरत में कोई अंतर नही किया ,उन्होंने औरतों को भी पढ़ाया ,बुद्ध ने आदमी और औरतों डोनो को ही धम्म गुरु बनाया I बुद्ध ने कभी किसी से भीख नही ली , उनके नियम थे ,उनके भिक्खु पहले पढ़ाते थे ,फिर पिंड यानि खाना लेते थे I भिक्खु का अर्थ होता है भ्रमण करते हुए सिक्खा I
सुधीर राज सिंह