
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में दलित समाज के बाबूलाल कोरी को महज इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया कि उन्होंने अपनी पोती की शादी के कार्ड में बाबा साहब की 22 प्रतिज्ञा को प्रिंट करवा दिया थावह प्रतिज्ञा बाबा साहब ने सन 1956 में बौद्ध धर्म स्वीकार करने के बाद अपने अनुयायियों को दीक्षा देते हुए दिलवाई थी
शादी का यह कार्ड जब वहां के स्थानीय लोगों के बीच बांटा गया जिस पर कुछ हिंदुओं ने आपत्ति जताई और अपने स्थानीय कोतवाली देहात दोमुहा थाने में शिकायत दर्ज करा दी
थाना अधिकारी ने भी आव देखा ना ताव बिना देखे करीबन 70 साल के बाबूलाल को पोती की विदाई के तीसरे दिन ही गिरफ्तार कर लिया
जिन्हें लगभग 4 से 5 दिन हवालात में भी रहना पड़ायह कैसे समाज की स्थापना कर रहे है लोग जिसे डिजिटल इंडिया बनाने की कोशिश कर रहे हैं और जिसने इस देश का संविधान लिखा उसके कहे अगर 22 प्रतिज्ञा कोई अपने शादी के कार्ड में छाप देता है तो दूषित मानसिकता वाले लोग उसे गिरफ्तार कर देते है ,कैसी घटिया सोच है और कैसी घटिया मानसिकता है